सभी वाचकोंको मेरा सादर प्रणाम। मेरा नाम आनंद घारे है। मेरी मातृभाषा मराठी है और कार्यकालमे कार्यालयीन भाषा अंग्रेजी रही। नौकरीसे मुक्त होनेके बाद मैने मराठी भाषामे कुछ लिखना प्रारंभ किया। उससे थोडा हौसला बढनेपर अब हिंदीमे चार शब्द लिखनेकी कोशिश है। "खुदको 'आनंदजी' कहनेवाला ये कैसा आदमी है?" यह सवाल शायद आपके मनमें आया होगा। कोई ये प्रश्न मुझे पूछे इससे पहलेही इसका उत्तर देना ठीक होगा।
मगर इतनी भी क्या जल्दी है? पहले इस ब्लॉगको शुरू तो कर देते है!
मगर इतनी भी क्या जल्दी है? पहले इस ब्लॉगको शुरू तो कर देते है!
आप उम्र एवं अनुभवसे बुजुर्ग है इस कारण आपके नामके बाद जी लगाना बडी स्वाभाविकसी बात है और उस बात केलीये स्पष्टीकरण देनेकी बिलकुलभी आवश्यकता नाही है.
ReplyDeleteआपके इस नये उपक्रमकेलीये आपको मेरी हार्दिक शुभकामनाएँ.. मेरी यह कोशिश रहेगी के मै वक्त मिलनेपर आपके लेखन का लुफ्त उठा सकूं..