Sunday 7 July 2019

आम का सेहरा

आम के बारे में कुछ खास बातें 
         
                              ..... सागर खैयामी

"आम का सेहरा"


जो आम मैं है वो लब ए शीरीं मैं नहीं रस,
रेशों मैं हैं जो शेख़ की दाढ़ी से मुक़द्दस,

आते हैं नज़र आम, तो जाते हैं बदन कस,
लंगड़े भी चले जाते हैं, खाने को बनारस,

होटों पे हसीनों के जो, अमरस का मज़ा है,
ये फल किसी आशिक़ की, मोहब्बत का सिला है

आमद से दसहरी की है, मंडी में दस्हेरा,
हर आम नज़र आता है, माशूक़ का चेहरा,

एक रंग में हल्का है, तो एक रंग में गहरा,
कह डाला क़सीदे के एवज़, आम का सेहरा,

ख़ालिक़ को है मक़सूद, के मख़्लूक़ मज़ा ले,
वो चीज़ बना दी है के बुड्ढा भी चबा ले,

फल कोई ज़माने में नहीं, आम से बेहतर,
करता है सना आम की, ग़ालिब सा सुख़नवर,

इक़बाल का एक शेर, क़सीदे के बराबर,
छिलकों पा भिनक लेते हैं , साग़र से फटीचर,

वो लोग जो आमों का मज़ा, पाए हुए हैं,
बौर आने से पहले ही, बौराए हुए हैं,

नफ़रत है जिसे आम से वो शख़्स है बीमार,
लेते है शकर आम से अक्सर लब ओ रुख़सार,

आमों की बनावट में है, मुज़मर तेरा दीदार,
बाज़ू वो दसहरी से, वो केरी से लब ए यार,

हैं जाम ओ सुबू ख़ुम कहाँ आँखों से मुशाबे,
आँखें तो हैं बस आम की फांकों से मुशाबे,

क्या बात है आमों की हों देसी या बिदेसी,
सुर्ख़े हों सरौली हों की तुख़्मी हों की क़लमी,

चौसे हों सफ़ैदे हों की खजरी हों की फ़जरी,
एक तरफ़ा क़यामत है मगर आम दसहरी !

फ़िरदौस में गंदुम के एवज़ आम जो खाते,
आदम कभी जन्नत से निकाले नहीं जाते !!

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लब-ए-शीरीं لب شیریں  luscious lips, sweet lips
मुक़द्दस -  परम पवित्र और पूज्य।
कस - कसौटी (जैसे—कस पर खींचना)। दाब, क़ाबू (जैसे—उसे कसकर रखना, कस में रखना)। दृढ़ता, मज़बूती।
सिलाصلہ - present, gift, reward प्रतिकार, बदला, प्रत्यपकार, बुराई का बदला, प्रत्युपकार, भलाई का बदला, पुरस्कार, इन्आम, उपहार, तोहफ़ा, किसी परिश्रम का फल या बदला, धन के रूप में हो या किसी दूसरे रूप में।
आमदآمد - arrival, advent, income, visit आगमन, आय, आमदनी
खालिक - बनानेवाला, सृष्टिकर्ता, ईश्वर।
मक़सूद - अभिप्रेत, उद्दिष्ट।
मख़लूक - रचा या बनाया हुआ।  जीव-समष्टि; सृष्टि; दुनिया; जगत; जीव-जंतु।
हर्फ़-ए-सनाحرف ثنا words of praise
सुख़न-वरسخن ور - eloquent, poet
बौर - आम की मंजरी।
रुख़सार - कपोल, गाल
खुम - मटका, घड़ा।
फ़िरदौस - वाटिका, बाग। स्वर्ग, बहिश्त।
गंदुम - गेहूँ।
आदम - मनुष्य, व्यक्ति। आदि पुरुष


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